वैसे किडनी रोग तथा कैंसर रोग यह स्वतंत्र रोग नहीं है। हमारे अनुशंधान के मुताबित यह दोनों रोग अज्ञान के वजह से जैसे अंग्रेजी दवा बिना डॉक्टरी सलाह के अधिक मात्रा में सेवन करना , हदसे ज्यादा नशा करना , अति चिंता या जागरण करना विरुद्ध आहार - विहार खाना , पाप कर्म करना इत्यादि कारन तथा आयुर्वेद तो यह कहता है की ऐसे गंभीर रोग पूर्व जन्म का कर्म पाप तथा कर्म विपाक से होते है।
किडनी डायलिसिस बीमारी हमारे यहाँ एक से दो महीने की आयुर्वेदिक इलाज करने से ठीक होने में पूर्णता मदत करता है. किसी भी प्रकार की कैंसर के बीमारी को आधुनिक विज्ञान ने केमो या रेडिएशन से ठीक नहीं किया है और उनके पास कोई ठोस या सटीक इलाज नहीं है। लेकिन पुराने वेदो तथा आयुर्वेदनुसार शरीर में वात , पित्त , कफ संतुलित करके , संसर्गको हटाना , रस तथा रसायन , भस्मे इत्यादि इलाज कर कैंसर पीड़ित रोगियों को जीवन दान दे सकते है। कैंसर रोगियों ने जरूर हमारे पास तीन महीने आयुर्वेदिक दवा लेनी चाहिए जिस से आपको खुद ठीक होने की मनोकामना हो जाएँगी।
जिन कैंसर रोगियो ने रेडिएशन केमो का इलाज किया हुआ है। वो अपने शरीर का इम्युनिटी (प्रतिकारक) समता को बढ़ाना चाहते है। ऐसे रोगियो को हमारे पास नैसर्गिग पुर्नर जीवन लाने के लिए आयुर्वेदिक इलाज की व्यवस्था की है।
उनके नेतृत्व में शिवधाम सरकार आयुर्वेद, योग, होम-हवन, और अन्य आध्यात्मिक उपायों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य करता है।